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शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला ने जयपुर में शिक्षा संकुल में जारी किया परिणाम !! Education Minister Dr. Kalla released the result in education complex in Jaipur

शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला ने जयपुर में शिक्षा संकुल में जारी किया परिणाम - सच का आइना hindi समाचार


जयपुर, 25 मई। शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने गुरुवार को शिक्षा संकुल में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान की सीनियर सेकेंडरी परीक्षा के कला संवर्ग और वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा का परिणाम जारी किया। इस मौके पर शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती जाहिदा खान, स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री नवीन जैन, राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के आयुक्त डॉ. मोहन लाल यादव, बोर्ड के प्रशासक और संभागीय आयुक्त, अजमेर श्री सीआर मीना तथा बोर्ड की सचिव मेघना चौधरी के अलावा अन्य सम्बंधित अधिकारी और कार्मिक मौजूद रहे।

        शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला ने बताया कि सीनियर सैकेण्डरी कला संवर्ग का कुल परिणाम 92.35 प्रतिशत रहा है, इसमें लड़कियों का परिणाम 94.06 प्रतिशत और लड़कों का 90.65 प्रतिशत रहा है। वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा का परिणाम 84.61 प्रतिशत रहा है, इसमें लड़कियों का परिणाम 88.60 प्रतिशत और लड़कों का 80.23 प्रतिशत रहा है।

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विद्यार्थी कॅरिअर में आगे बढ़ने के लिए किताबों की संगत करे-डॉ. कल्ला

डॉ. कल्ला ने परीक्षा में सफल परीक्षार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि विद्यार्थी अपने कॅरिअर में कामयाबीं की बुलंदियों को छूने के लिए सदैव माता, पिता और गुरु की त्रिवेणी इनका सम्मान करते हुए इनसे आशीर्वाद लें। साथ ही कॅरिअर में आगे बढ़ने के लिए वीडियो गेम्स और मोबाईल एप्स से दूर रहते हुए अधिक से अधिक किताबों की संगत करने का संकल्प लें।

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बालिकाओं ने फिर साबित की अपनी क्षमताएं-जाहिदा खान

शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती जाहिदा खान ने परीक्षा में सफल सभी विद्यार्थियों को मुबारकबाद देते हुए कहा कि परीक्षा परिणाम में लड़कों की तुलना में लड़कियों का श्रेष्ठ प्रदर्शन यह बता रहा है कि लड़कियों ने एक बार फिर क्षमताओं को साबित किया है।

            स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव श्री नवीन जैन ने कहा कि इन परीक्षाओं में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण विद्यार्थियों में से लड़कियों की संख्या अधिक रही है। वहीं सीनियर सैकेंडरी कला संवर्ग में कुल प्रविष्ट विद्यार्थियों में लड़़कों की तुलना में लड़़कियों की संख्या कमोबेश बराबर है, यह स्कूल शिक्षा में 'जेंडर इक्वेलिटी' और बालिका सशक्तीकरण के लिहाज से बड़ा ‘एंकरेजिंग ट्रेंड‘ है।